वह दिन, दिन नहीं, वह रात, रात नहीं,

वह पल, पल नहीं, जिसमें आपकी याद नहीं,

हमें कोई आपसे जुदा कर सके,

मौत की भी इतनी औकात नहीं|

 

फूल सूख जाते हैं, एक वक्त के बाद,

लोग बदल जाते हैं, एक वक्त के बाद,

अपनी भी दोस्ती टूटेगी, एक वक्त के बाद,

पर वो वक्त होगा, मेरी मौत के बाद |

 

तुम्हारी जुल्फों के साये में ना जाने कब शाम हो गयी,

तुमसे जो जुदा हुए तो ये शाम वीरान हो गयी |

 

अपनी बेबसी पे हम ढेरों आँसूं बहाते हैं,

तेरे साथ गुजारे लम्हें जब याद आते हैं |

 

जब याद तुम्हारी आती है, तब दर्द जिगर में होता है,

जब सारी दुनिया सोती है, तब हर रोज रात को रोता हूँ |