पापा की मार
पापा ने बेटे को बिजली बिल के रुपये दिए. बेटे ने उनकी लॉटरी लगा दी. पापा ने पूछा कि बिल भर दिया. बेटे ने डरते हुए बताया कि हम लॉटरी में बोलेरो गाड़ी जीत सकते हैं. पापा ने बहुत मारा. जब पापा ने अगले दिन सुबह दरवाजा खोला तो सामने एक नयी बोलेरो खड़ी थी… सबकी आँखों में आंसू थे…
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…सबसे ज्यादा आंसू बेटे की आँखों में थे . . . . क्योंकि वो बोलेरो बिजली विभाग की थी. वो बिजली की लाइन काटने आए थे!! पापा ने फिर बहुत मारा !!
😁😂😁😂
बंद दरवाजे में तूफ़ान समेटे बैठा हूं
एक कवि अपनी पत्नी के साथ बैठकर टीवी देख रहा था.
तभी उसकी प्रेमिका का मिस कॉल आया.
उन्होंने मेसेज भेजकर जवाब दिया.
कवि – हवा की लहर बनकर, तू मेरी खिड़की ना खटखटा..
मैं बंद दरवाजे में तूफ़ान समेटे बैठा हूं.
पेट के अंदर लात मार रहा है
बॉयफ्रेंड- बेबी, तुम्हारे घर वाले हमारी शादी के लिए कैसे मान गए?
गर्लफ्रेंड- कुछ नहीं, बस एक सवाल का जवाब दिया और सब मान गए.
बॉयफ्रेंड- कौन सा सवाल?
गर्लफ्रेंड- उन्होंने पूछा, “लड़का क्या कर रहा है?”
मैंने कहा, “पेट के अंदर लात मार रहा है”.
बादल का प्यार (Cloud Love)

अगर इश्क़बाजी से फुरसत मिल जाए तो थोड़ा बरस भी लेना!
यहाँ गर्मी से मरे जा रहे हम .😂😂😂👇
If you get free time from flirtation, then take a little rain!
Here we are dying of heat. 😂😂😂👇
चचा की तकलीफ
चचा वोट डालकर बाहर आए और पोलिंग एजेंट से पूछा – तेरी चाची वोट डाल गई क्या?
एजेंट ने लिस्ट चेक कर के कहा – जी चचा वह वोट डाल गई!!
चचा भरे गले से बोले- जल्दी आता तो शायद मिल जाती,
पोलिंग एजेंट – क्यों चाचा आप साथ नहीं रहते?
चचा – बेटा उसे मरे हुए 15 साल हो गए हर बार वोट डालने आती है पर मिलती नहीं
Indian Democracy !😂😂😂😂
बिजली बिल से पीड़ित एक आम नागरिक की व्यथा
बिजली विभाग के एक बड़े अधिकारी न पूछा : ” केले कैसे दिए” ?
राजू : केले किस लिए खरीद रहे हैं साहब ?
अधिकारी :- मतलब ??
राजू :- मतलब ये साहब कि,
मंदिर के प्रसाद के लिए ले रहे हैं तो 10 रुपए दर्जन।
वृद्धाश्रम में देने हों तो 15 रुपए दर्जन।
बच्चों के टिफिन में रखने हों तो 20 रुपए दर्जन।
घर में खाने के लिए ले जा रहे हों तो, 25 रुपए दर्जन
और अगर पिकनिक के लिए खरीद रहे हों तो 30 रुपए दर्जन।
अधिकारी : – ये क्या बेवकूफी है ? अरे भई, जब सारे केले एक जैसे ही हैं तो,भाव अलग अलग क्यों बता रहे हो ??
राजू : – ये तो पैसे वसूली का, आप ही का स्टाइल है साहब।
1 से 100 रीडिंग का रेट अलग,
100 से 200 का अलग,
200 से 300 का अलग।
अरे आपके बाप की बिजली है क्या ?
आप भी तो एक ही खंभे से बिजली देते हो।
तो फिर घर के लिए अलग रेट,
दूकान के लिए अलग रेट,
कारखाने के लिए अलग रेट,
फिर इंधन भार, विज आकार…..
और हाँ, एक बात और साहब,
मीटर का भाड़ा।
मीटर क्या अमेरिका से आयात किया है ? 25 सालों से उसका भाड़ा भर रहा हूँ। आखिर उसकी कीमत है कितनी ?? आप ये तो बता दो मुझे एक बार।
जागो ग्राहक जागो
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बिजली बिल से पीड़ित एक आम नागरिक की व्यथा !
बता भी नहीं रहा है कि कहाँ से ढूंढ कर लाया है
जाने किस जन्म के पुण्यों का फल है, बता भी नहीं रहा है कि कहाँ से ढूंढ कर लाया है। pic.twitter.com/7HtirumLbE
— मुंशी जी™ (@munshi_jee) April 13, 2019
मैं भी शादी शुदा हूँ
ज़च्चा की परेशानी
अभी होश में आई है ज़च्चा…
प्रसव कक्ष से निकले हुए एक घंटे के बाद होश आया…
बच्चे को जन्म दिए अभी एक घंटे से ज्यादा वक़्त नहीं हुआ…
शरीर में शक्ति नहीं है…
करवट लेना तो दूर की बात, हिलना भी मुश्किल हो रहा है…
बिस्तर पर पड़े पड़े दाहिने हाथ से बगल में टटोला…
हाथ में कुछ नहीं लगा…
बाए हाथ से भी कोशिश किया, फिर भी हाथ में कुछ नहीं लगा…
विचार आया कि कहीं नीचे लुढ़क के गिर तो नहीं गया…?
हिम्मत जुटाते हुए पलंग के नीचे देखा…
नीचे कुछ नहीं था…
मन में घबराहट होने लगी…
थोड़ी और हिम्मत कर के दूर दिख रही नर्स को इशारे से बुलाया…
नर्स ने जच्चा की घबराहट देख कर इनक्यूबेटर रूम से दौड़ कर बच्चा ला कर माँ के हाथ में थमाते हुए कहा.. मैं समझ सकती हूँ बहन, लो जी भर कर देख लो..
जच्चा माथा पीटते हुए बोली... मैं मोबाइल फ़ोन कहाँ हैं पूछ रही थी…
😜😜😜😊😊😊😜