वो तो खुद ही एक गुलाब है
ख़त उनका आया जवाब क्या भेजूं,
गुलाब से भी कोई खुबसूरत फूल हो तो उन्हें दूँ,
वो तो खुद ही एक गुलाब है,
उन्हें गुलाब क्या भेजूं|
ख़त उनका आया जवाब क्या भेजूं,
गुलाब से भी कोई खुबसूरत फूल हो तो उन्हें दूँ,
वो तो खुद ही एक गुलाब है,
उन्हें गुलाब क्या भेजूं|
हर कर्ज दोस्ती का कौन करेगा,
जब हम ही न रहेंगे तो वफ़ा कौन करेगा,
ऐ खुदा मेरी जान को सलामत रखना,
वरना मेरा फ़ोन रिसीव कौन करेगा|
आसमां से दूर उस चाँद को देखती हो तुम,
पर शायद तुम्हें पता नहीं,
उस आसमां के चाँद से भी ज्यादा खुबसूरत हो तुम|
कितना और बदलूँ खुद को जीने के लिए…
ऐ जिंदगीं, थोड़ा सा तो मुझको मुझमें रहने दो!!!
दिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं,
तूफानों में साहिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं|
अरे यूँ तो मिल जाते हैं, हजारों गाल गुलाबी,
मगर गालों पे तिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं|
मेरे सामने महफ़िल में आये बैठे है,
अपने हाथों से मेरा दिल दबाये बैठे हैं,
जब हमने पूछा की क्या है आपके हाथों में,
बहाना बना दिया मेहँदी रचाए बैठे हैं|
याद करते हैं तुम्हें तन्हाई में,
दिल डूबा है गम की गहराई में,
मुझे मत भुलाना दुनिया की लड़ाई में,
हम मिलेंगे तुम्हारे दिल की गहराई में|
यकीन बन के लोग जिन्दगी में आते हैं,
ख्वाब बन के आँखों में समा जाते हैं|
पहले तो यकीन दिलाते हैं कि वे हमारे हैं,
फिर न जाने क्यों तन्हा छोड़ जाते हैं|
मैं तुम्हें प्यार करता हूँ, लेकिन कभी तो नजर मिलाओ,
क्योंकि मेरा दिल कहता है ‘आप मुझे अच्छे लगने लगे’|
मुझे याद तेरी इतना तडपाये, हर लड़की में तेरा चेहरा नजर आये,
मुझे जब भी आवाज आये, तेरे दिल के पुकारने की आवाज आये|
कजरा गजरा महक रहा है, आलिंगन को तरस रहे हैं,
आज प्रिय के अंग से लगने तन और मन सब तरस रहे हैं|
रोते रोते दिन कटता है, तड़प कर रात|
भूल न पाता एक घड़ी भी प्यारी तेरी बात|
दिल से कैसे निकालें मोहब्बत आपकी,
जबकि घर कर गयी है दिल में सूरत आपकी,
क्या बताएं आप से कितनी मोहब्बत है मगर क्यों
हमारे वास्ते है सिर्फ नफरत आपकी|