हम से ज्यादा प्यार कौन करेगा

हम से ज्यादा प्यार कौन करेगा

हम से बढ़कर जिंदगी को

कौन कर सकता है प्यार

और गर मिटने पे आ जाएँ

तो मिट जाते हैं हम

जाग उठते हैं तो सूली पर भी

नींद आती नहीं

वक़्त पड़ जाये तो

अंगारों पे सो जाते हैं हम

मर के भी इस खाक में हम

दफ़न रह सकते नहीं

लाला – वो – गुल बन के

वीरानों पे छा जाते हैं हम||

हम से ज्यादा प्यार कौन करेगा





चाँद से भी ज्यादा खुबसूरत हो तुम

आसमां से दूर उस चाँद को देखती हो तुम,

पर शायद तुम्हें पता नहीं,

उस आसमां के चाँद से भी ज्यादा खुबसूरत हो तुम|


दिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं

दिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं,

तूफानों में साहिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं|

अरे यूँ तो मिल जाते हैं, हजारों गाल गुलाबी,

मगर गालों पे तिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं|


हम मिलेंगे तुम्हारे दिल की गहराई में

याद करते हैं तुम्हें तन्हाई में,

दिल डूबा है गम की गहराई में,

मुझे मत भुलाना दुनिया की लड़ाई में,

हम मिलेंगे तुम्हारे दिल की गहराई में|


आप मुझे अच्छे लगने लगे

मैं तुम्हें प्यार करता हूँ, लेकिन कभी तो नजर मिलाओ,

क्योंकि मेरा दिल कहता है ‘आप मुझे अच्छे लगने लगे’|


 

मुझे याद तेरी इतना तडपाये, हर लड़की में तेरा चेहरा नजर आये,

मुझे जब भी आवाज आये, तेरे दिल के पुकारने की आवाज आये|


 

कजरा गजरा महक रहा है, आलिंगन को तरस रहे हैं,

आज प्रिय के अंग से लगने तन और मन सब तरस रहे हैं|


 

रोते रोते दिन कटता है, तड़प कर रात|

भूल न पाता एक घड़ी भी  प्यारी तेरी बात|


आप से कितनी मोहब्बत है

दिल से कैसे निकालें मोहब्बत आपकी,

जबकि घर कर गयी है दिल में सूरत आपकी,

क्या बताएं आप से कितनी मोहब्बत है मगर क्यों 

हमारे वास्ते है सिर्फ नफरत आपकी|


मिलना न सही देखना तो नसीब होता

काश आपका घर मेरे घर ले करीब होता,

मिलना न सही देखना तो नसीब होता|

 

फूल पत्थर से टकराया तो, तुफान-ए-सागर बन गया,

जख्म खाया प्यार में तो, नाम मेरा आशिक बन गया|