मेरी जान को सलामत रखना
हर कर्ज दोस्ती का कौन करेगा,
जब हम ही न रहेंगे तो वफ़ा कौन करेगा,
ऐ खुदा मेरी जान को सलामत रखना,
वरना मेरा फ़ोन रिसीव कौन करेगा|
हर कर्ज दोस्ती का कौन करेगा,
जब हम ही न रहेंगे तो वफ़ा कौन करेगा,
ऐ खुदा मेरी जान को सलामत रखना,
वरना मेरा फ़ोन रिसीव कौन करेगा|
आसमां से दूर उस चाँद को देखती हो तुम,
पर शायद तुम्हें पता नहीं,
उस आसमां के चाँद से भी ज्यादा खुबसूरत हो तुम|
दिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं,
तूफानों में साहिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं|
अरे यूँ तो मिल जाते हैं, हजारों गाल गुलाबी,
मगर गालों पे तिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं|
याद करते हैं तुम्हें तन्हाई में,
दिल डूबा है गम की गहराई में,
मुझे मत भुलाना दुनिया की लड़ाई में,
हम मिलेंगे तुम्हारे दिल की गहराई में|
यकीन बन के लोग जिन्दगी में आते हैं,
ख्वाब बन के आँखों में समा जाते हैं|
पहले तो यकीन दिलाते हैं कि वे हमारे हैं,
फिर न जाने क्यों तन्हा छोड़ जाते हैं|
दोस्त एक साहिल है, तूफानों के लिए,
दोस्त एक आइना है, अरमानों के लिए,
दोस्त एक महफ़िल है, अनजानों के लिए,
दोस्त एक ख्वाहिश है, आप जैसे को पाने के लिए|
जिन्दगी भर पढ़ता रहूँ, ऐसी कहानी दे दो|
जिन्दगी भर चाहता रहूँ, ऐसी सुहानी शाम दे दो|
हम तेरे प्यार में ऐसे दीवाने हुए की चारों पहर बस
आँखों में तेरा ही चेहरा, धड़कन में तेरी ही यादें रहती हैं|
सोने की कलम सोने की दवात
गोरी गोरे गोरे बाँहों से लिखना जवाब|
भवरें कहते हैं की चमन बदला है,
तारे कहते हैं की गगन बदला है,
मगर आसमान कि खामोशियाँ कहती है कि
लाश वही है सिर्फ कफ़न बदला है |
एक जाम शाम के नाम, एक जाम उल्फत के नाम,
एक जाम वफ़ा के नाम, पूरी बोतल बेवफा के नाम|
तुमसे कोई अच्छा हुआ तो रब से शिकायत होगी,
तुम्हारी तरफ कोई नजर उठी तो कयामत से पहले कयामत होगी|