हम किसी को धोखा दिया नहीं करते
उल्फत की जिन्दगी जीया नहीं करते,
हम किसी को धोखा दिया नहीं करते,
अरे न जाने ये दिल कैसे आप पे आ गया,
वरना ये दिल किसी को दिया नहीं करते|
उल्फत की जिन्दगी जीया नहीं करते,
हम किसी को धोखा दिया नहीं करते,
अरे न जाने ये दिल कैसे आप पे आ गया,
वरना ये दिल किसी को दिया नहीं करते|
हम से बढ़कर जिंदगी को
कौन कर सकता है प्यार
और गर मिटने पे आ जाएँ
तो मिट जाते हैं हम
जाग उठते हैं तो सूली पर भी
नींद आती नहीं
वक़्त पड़ जाये तो
अंगारों पे सो जाते हैं हम
मर के भी इस खाक में हम
दफ़न रह सकते नहीं
लाला – वो – गुल बन के
वीरानों पे छा जाते हैं हम||
ख़त उनका आया जवाब क्या भेजूं,
गुलाब से भी कोई खुबसूरत फूल हो तो उन्हें दूँ,
वो तो खुद ही एक गुलाब है,
उन्हें गुलाब क्या भेजूं|
हर कर्ज दोस्ती का कौन करेगा,
जब हम ही न रहेंगे तो वफ़ा कौन करेगा,
ऐ खुदा मेरी जान को सलामत रखना,
वरना मेरा फ़ोन रिसीव कौन करेगा|
आसमां से दूर उस चाँद को देखती हो तुम,
पर शायद तुम्हें पता नहीं,
उस आसमां के चाँद से भी ज्यादा खुबसूरत हो तुम|
दिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं,
तूफानों में साहिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं|
अरे यूँ तो मिल जाते हैं, हजारों गाल गुलाबी,
मगर गालों पे तिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं|
मैं तुम्हें प्यार करता हूँ, लेकिन कभी तो नजर मिलाओ,
क्योंकि मेरा दिल कहता है ‘आप मुझे अच्छे लगने लगे’|
मुझे याद तेरी इतना तडपाये, हर लड़की में तेरा चेहरा नजर आये,
मुझे जब भी आवाज आये, तेरे दिल के पुकारने की आवाज आये|
कजरा गजरा महक रहा है, आलिंगन को तरस रहे हैं,
आज प्रिय के अंग से लगने तन और मन सब तरस रहे हैं|
रोते रोते दिन कटता है, तड़प कर रात|
भूल न पाता एक घड़ी भी प्यारी तेरी बात|
जिन्दगी भर पढ़ता रहूँ, ऐसी कहानी दे दो|
जिन्दगी भर चाहता रहूँ, ऐसी सुहानी शाम दे दो|
हम तेरे प्यार में ऐसे दीवाने हुए की चारों पहर बस
आँखों में तेरा ही चेहरा, धड़कन में तेरी ही यादें रहती हैं|
सोने की कलम सोने की दवात
गोरी गोरे गोरे बाँहों से लिखना जवाब|
निगाहें आपकी पहचान है हमारी
मुस्कराहट आपकी शान है हमारी
ख्याल रखना अपना क्योंकि
सांसें आपकी जान है हमारी|