मेरी जिन्दगी को फ़ना कौन करेगा,
सब नेक हो गये तो गुनाह कौन करेगा,
या खुदा मेरे प्यार को सलामत रखना,
वरना मेरी जिन्दगी की दुआ कौन करेगा|