मिलना इत्तेफाक था, बिछड़ना नसीब था,

उतना ही दूर हो गया वो जितना करीब था,

मैं उस दोस्त को ढूढ़ता ही रह गया,

जिसकी हथेली पर लिखा मेरा नसीब था|