आजकल छोटी उम्र की लड़कियों में बॉयफ्रेंड रखने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। रिसर्च बताती है कि देश में लगभग 45 प्रतिशत छोटी लड़कियों के बॉयफ्रेंड होते हैं। इस उम्र में जानकारी की कमी के कारण, लड़कियां शारीरिक संबंध बना लेती हैं, जो उनके जीवन और स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है। शारीरिक संबंध और स्वास्थ्य संबंधित जानकारी रखना बहुत जरूरी है।
कम उम्र में शारीरिक संबंधों के खतरे
18 साल से कम उम्र में शारीरिक संबंध बनाना और गर्भपात कराना गैरकानूनी है और इससे लड़की की जान को गंभीर खतरा हो सकता है। इस उम्र में लड़कियों का शरीर इन जिम्मेदारियों के लिए तैयार नहीं होता। शारीरिक और मानसिक रूप से इन संबंधों का नकारात्मक प्रभाव हो सकता है, और अत्यधिक खून बहने से जान भी जा सकती है।
संक्रमण और बीमारियों का खतरा
कम उम्र में शारीरिक संबंध बनाने से संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है। इससे उनका शारीरिक विकास रुक सकता है और एचआईवी/एड्स जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। सही जानकारी की कमी के कारण लड़कियां इन खतरों को समझ नहीं पातीं, और अगर कोई संक्रमण हो भी जाता है, तो उसे छुपाने की कोशिश करती हैं, जिससे उनकी स्थिति और भी खराब हो जाती है।
माता-पिता की भूमिका
माता-पिता को अपनी जिम्मेदारी गंभीरता से लेनी चाहिए। उन्हें अपने बच्चों को ‘गुड टच’ और ‘बैड टच’ के बारे में बताना चाहिए, ताकि बच्चे किसी भी गलत परिस्थिति में उनसे खुलकर बात कर सकें।
स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता
लड़कियों को स्वास्थ्य संबंधी सही जानकारी देना जरूरी है। किसी भी समस्या को नजरअंदाज न करें और समय पर डॉक्टर से सलाह लें। सही जानकारी और समय पर इलाज से ही उनका भविष्य सुरक्षित और स्वस्थ रह सकता है।
Disclaimer : इस सामग्री में दी गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय सलाह नहीं है। यदि आपको या आपके किसी जानने वाले को स्वास्थ्य संबंधी समस्या है या चिकित्सा सहायता की आवश्यकता है, तो कृपया किसी योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श करें। यह सामग्री पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान, या उपचार का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर या किसी अन्य योग्य स्वास्थ्य प्रदाता से सलाह लें।