केवल प्रतिभाशाली होने से ही काम नहीं चलता। ईश्वर प्रतिभा देता है तो प्रतिभा को विलक्षणता में परिणत कर देता है काम।‐ अन्ना पाव्लोवा (१८८१-१९३१), रूसी नर्तकी